नई दिल्ली । भारत ने पहले 2030 तक 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य तय किया था, लेकिन बाद में इसे 2025-26 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया। वर्तमान में पेट्रोल में लगभग 15 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण है, जबकि 2014 में यह सिर्फ 1.5 प्रतिशत था। सरकार के इस कदम से न केवल कार्बन उत्सर्जन को कम करने की उम्मीद है, बल्कि पेट्रोल और डीजल जैसी जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता भी घटेगी। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को सीआईआई बायोएनर्जी समिट में इथेनॉल मिश्रण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उनका कहना था कि कार्बन न्यूट्रलिटी प्राप्त करने के लिए पेट्रोल पर निर्भरता कम करना बेहद जरूरी है। भारत सरकार ने 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने की डेडलाइन तय की है, और इसके लिए पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों के उत्सर्जन को कम करने के साथ-साथ परिवहन और विमानन उद्योगों में भी सुधार की योजना बनाई गई है।
इथेनॉल मिश्रण पर पेट्रोल से चलने वाले वाहन बिना किसी रुकावट के चल सकते हैं, लेकिन 20पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को सीआईआई बायोएनर्जी समिट में इथेनॉल मिश्रण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उनका कहना था कि कार्बन न्यूट्रलिटी प्राप्त करने के लिए पेट्रोल पर निर्भरता कम करना बेहद जरूरी है। भारत सरकार ने 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने की डेडलाइन तय की है, और इसके लिए पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों के उत्सर्जन को कम करने के साथ-साथ परिवहन और विमानन उद्योगों में भी सुधार की योजना बनाई गई है। मिश्रण के लिए कुछ मामूली समायोजन की आवश्यकता हो सकती है।
सरकार के अनुसार, इथेनॉल मिश्रण के कार्यक्रम से न केवल विदेशी मुद्रा की बचत हो रही है, बल्कि गन्ना और मक्का किसानों की आय में भी वृद्धि हुई है। 2014 से 2024 तक, इस कार्यक्रम के माध्यम से 1.6 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई, सीओ 2 उत्सर्जन में 544 लाख मीट्रिक टन की कमी आई और 181 लाख मीट्रिक टन कच्चे तेल का आयात हुआ। इसके अलावा, डिस्टिलरीज को 1.5 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया गया और किसानों को 90,059 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ।भारत सरकार ने अगले साल 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके बाद सरकार इस मिश्रण को और बढ़ाने की योजना पर विचार कर रही है।
इथेनॉल की हाइग्रोस्कोपिक (नमी अवशोषित करने की क्षमता) प्रकृति के कारण यह इंजन के कुछ रबर के कंपोनेंट्स को प्रभावित कर सकता है। बीएस-4 वाहनों में इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल से इंजन के पार्ट्स खराब होने के मामले सामने आए हैं। हालांकि, ई 20 (20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित ईंधन) के अनुसार बने इंजन में इसका असर कम हो सकता है। 10 पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को सीआईआई बायोएनर्जी समिट में इथेनॉल मिश्रण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उनका कहना था कि कार्बन न्यूट्रलिटी प्राप्त करने के लिए पेट्रोल पर निर्भरता कम करना बेहद जरूरी है। भारत सरकार ने 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने की डेडलाइन तय की है, और इसके लिए पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों के उत्सर्जन को कम करने के साथ-साथ परिवहन और विमानन उद्योगों में भी सुधार की योजना बनाई गई है।