पटना । बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा वालों ने बिहार में आरक्षण को बढ़ने से रोकने का काम किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र सरकार अध्यादेश लाकर इसके विसंगतियों को दूर करें।
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को भी इशारों ही इशारों में ऑफर देते हुए कहा कि यदि केंद्र की सरकार नीतीश कुमार की बात नहीं मान रही है तो नीतीश कुमार सरकार गिरा दें। तेजस्वी ने कहा कि राज्यसभा में सांसद मनोज झा ने आरक्षण को 9वीं अनुसूची में डालने को लेकर प्रश्न पूछा था लेकिन भाजपा की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।
तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन की सरकार ने देश में पहली बार किसी राज्य में जाति आधारित गणना करवाई और 65 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था लागू की लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लोग अपने आदमियों से कोर्ट में खड़ा कराकर इसे रोकने करने का प्रयास किया। हम तो बिहार के सीएम नीतीश कुमार से सवाल करना चाहते हैं कि जातीय गणना पूरे देश में होना चाहिए यही मुख्यमंत्री ने भी कहा था। उसके बाद हम उनसे यह पूछना चाहते हैं कि क्या सीएम पूरे देश में जातीय गणना चाहते या नहीं ? अगर इस बार भी केंद्र सरकार उनकी बात नहीं मानती है तो उनको सरकार गिरा देना चाहिए लेकिन, वो सिर्फ सत्ता का मौज ले रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि आरक्षण की सीमा 65 प्रतिशत बढ़ाने को लेकर उन लोगों ने केंद्र सरकार से अपील की थी इसे 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाए। तमिलनाडु की तर्ज पर इसे भी 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाए। ताकि इसके साथ कोई छेड़छाड़ ना कर सके। तेजस्वी ने कहा कि केंद्र में नीतीश कुमार ताकतवर हैं और भी साथ थे तभी आरक्षण का दायरा बढ़ा था। ऐसे में उनको भाजपा पर दवाब बनाना चाहिए और बात नहीं मानी जाती है तो सरकार गिरा देना चाहिए ।