-भारत रत्न देने की मांग, विपक्ष बोला- मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास
पटना । बिहार सीएम नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रदेश महासचिव छोटू सिंह द्वारा लगाए पोस्टरों में नीतीश को प्रख्यात समाजवादी और बिहार के विकास पुरुष के रूप में दिखाया गया है, जिसमें उन्हें भारत रत्न देने की मांग की गई है। इस पोस्टर में नीतीश को चाणक्य बताया गया है, जो उनकी राजनीतिक चतुराई और बिहार में विकास कार्यों का प्रतीक है।
इस मांग के बाद विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार में गिरे पुल और बढ़ते अपराध के लिए सम्मानित किया जाना चाहिए। राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि जदयू की यह मांग केवल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है। उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध, पुलों के गिरने और स्मार्ट मीटर की लूट जैसी समस्याओं पर ध्यान दिलाते हुए नीतीश की आलोचना की है।
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने कहा कि यदि किसी बिहारी को भारत रत्न मिलता है, तो यह गौरव की बात है, लेकिन इसे मांगने की बजाय सरकार को खुद इसे देना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीति न करने की सलाह दी और कहा कि ऐसी मांगें मुख्यमंत्री पर ही सवाल खड़े करती हैं। जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक 5 अक्टूबर को पटना में आयोजित की गई है, की अध्यक्षता सीएम नीतीश कुमार करेंगे। इस बैठक के पहले यह पोस्टर लगाए जाने से राजनीतिक माहौल गरमा गया है।