नई दिल्ली । अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना की तरह की चांदी भी लगातार कुलांचे भर रही है। हाल के दिनों में आई तेजी के कारण स्पॉट सिल्वर (हाजिर चांदी) की कीमत रिकॉर्ड हाई लेवल पर पहुंच गई है। चांदी फिलहाल 1.30 प्रतिशत की मजबूती के साथ 32.24 डॉलर प्रति ऑन्स के स्तर पर कारोबार कर रहा है। कीमत में आई इस उछाल के कारण चांदी 2012 के बाद के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया है। इसके पहले दिसंबर 2012 में चांदी की कीमत 32.71 डॉलर प्रति ऑन्स के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई थी।
जानकारों का कहना है कि अमेरिका समेत कई देशों के सेंट्रल बैंक द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौती के बाद निवेशकों की दिलचस्पी सोने के साथ ही चांदी में भी बढ़ गई है, जिसकी वजह से वैश्विक स्तर पर इस चमकीली धातु की कीमत में उछाल आ गया है। इसके साथ ही चीन ने हाल में ही राहत पैकेज का भी ऐलान किया है। इस वजह से वैश्विक स्तर पर मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ी है, जिसका असर इंटरनेशनल मार्केट में चांदी और सोने की कीमत में तेजी के रूप में साफ-साफ नजर आ रहा है। कमोडिटी एक्सपर्ट्स का मानना है की आने वाले दिनों में चांदी की कीमत 37 डॉलर प्रति ऑन्स के स्तर तक पहुंच सकती है।
आपको बता दें कि इस साल अभी तक चांदी की कीमत में 35 प्रतिशत से भी अधिक की तेजी दर्ज की जा चुकी है। सोने की तरह ही वैश्विक स्तर पर चांदी को भी निवेश का सुरक्षित साधन माना जाता है। इसके साथ ही औद्योगिक वजहों से भी चांदी की जमकर खरीद होती है। यही कारण है कि चांदी की कीमत लगातार तेज बनी हुई है।
सर्राफा कारोबारी सुधांशु गुप्ता का कहना है कि चांदी में तेजी की एक वजह खुद सोना भी है। निवेश के सुरक्षित साधनों में सोना और चांदी के बीच मजबूत संबंध माना जाता है। हाल के दिनों में चांदी की कीमत में आई तेजी के कारण सोने और चांदी की कीमत के अंतर का अनुपात भी पहले की तुलना में कम हुआ है।
इसी तरह मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन का मानना है कि निवेशकों द्वारा की जा रही चांदी की खरीदी के अलावा इंडस्ट्रियल यूज के लिए भी चांदी की खरीदारी में तेजी आई है। खासकर जैसे-जैसे दुनिया भर में सोलर एनर्जी की मांग बढ़ रही है, वैसे-वैसे सोलर पैनल प्रोजेक्ट्स के लिए भी चांदी की खरीद लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 1 साल के दौरान ही इंडस्ट्रियल यूज के लिए होने वाली चांदी की खरीदारी लगभग दोगुनी हो गई है। माना जा रहा है कि 3 तारीख से शुरू हो रहे त्यौहारी सीजन और उसके बाद शादी के सीजन में सोने के साथ ही चांदी की मांग में भी और तेजी आएगी, जिससे घरेलू बाजार में भी चांदी नए शिखर पर पहुंच सकती है।