आय और खर्च का संतुलन गड़बड़ाया, कर्ज की मार से परेशान
नई दिल्ली । एआई तकनीकी को लेकर आम भारतीयों में चिंता बढने लगी है। हाल ही में एक जीवन बीमा पॉलिसी कंपनी ने सर्वेक्षण कराया है। उस सर्वेक्षण के अनुसार 88 फ़ीसदी भारतीय भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
सर्वे में शामिल 35 फ़ीसदी लोगों ने अपनी नौकरी छूटने का खतरा बताया है। वही 34 फ़ीसदी लोगों ने कहा है, जिस तरह से आए दिन तकनीकी में परिवर्तन आ रहे हैं। उसके कारण वर्तमान नौकरी को बनाए रखना बहुत मुश्किल है। एआई तकनीकी के कारण और भी चिंता बढ़ गई है।
इस सर्वेक्षण में 39.69 फ़ीसदी महिलाओं और 45.22 फ़ीसदी पुरुषों को शामिल किया गया था। सभी ने शिक्षा की बढ़ती लागत पर चिंता जताई है। जिन लोगों को सर्वे में शामिल किया गया। उनमे 70 फ़ीसदी बचत खाते को संचालित करते हैं। 49 फ़ीसदी लोगों ने अपनी बचत फिक्स डिपाजिट के रूप में रखने की बात कही है। वही 34.87 फ़ीसदी लोगों का यह कहना था, भविष्य के लिए उनकी कोई फाइनेंसिंग प्लानिंग नहीं है।
सर्वेक्षण में लोगों ने कहा, उनकी आय और खर्च का संतुलन बिगड़ गया है। महंगाई,टैक्स और शुल्क के कारण वह आय और व्यव के बीच में तालमेल नहीं बैठा पा रहे हैं। कर्ज की किस्त और ब्याज उनके लिए परेशानी का सबसे बड़ा कारण है।
सर्वे में 83 फ़ीसदी लोगों ने फाइनेंशियल प्लानिंग को जरूरी बताया है। 77 फ़ीसदी लोगों ने स्थिर निवेश पर प्राथमिकता दर्ज कराई है। 40 फ़ीसदी लोगों का कहना था, वह ज्यादा रिटर्न देने वाले ज्यादा जोखिम के विकल्पों को भी पसंद करते हैं। 72 फ़ीसदी लोगों ने स्वीकार किया है, वह गोल्ड और रियल स्टेट में पारंपरिक निवेश को पसंद करते हैं। 68 फ़ीसदी लोगों का कहना था, फाइनेंशियल ग्रोथ के साथ सुरक्षा वाले निवेश को पसंद करते हैं। वहीं 70 फ़ीसदी लोगों ने स्वीकार किया, वह शॉर्ट टर्म लाभ के स्थान पर लॉन्ग टर्म निवेश करना पसंद करेँगे।