नई दिल्ली। ओला इलेक्ट्रिक पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। यह कंपनी पिछले साल शेयर मार्केट में लिस्ट हुई थी। कंपनी ने अब तक निवेशकों का खूब पैसा डुबाया है। सोशल मीडिया पर कॉमेडियन कुणाल कामरा से हुई नोक-झोंक के बाद भाविश अग्रवाल की इस लिस्टेड कंपनी के शेयर तेजी से गिरे हैं। उस बहस में ओला के इलेक्ट्रिक स्कूटरों में कई तरह की खामियों और फिर सर्विस को लेकर जद्दोजहद उजागर हुई थी। नतीजा कंपनी के शेयर नीचे गिर गए।
भाविश अग्रवाल की कंपनी ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में गिरावट जारी रहने से निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा है। कंपनी के शेयर के उच्चतम मूल्यांकन के बाद से अब तक करीब 40 हजार करोड़ रुपए डूब चुके हैं। लिस्टिंग के बाद शुरुआती उछाल से 66 हजार करोड़ रुपए के मूल्यांकन वाली कंपनी का बाजार पूंजीकरण अब घटकर 26,187.81 करोड़ रुपए रह गया है। पिछले साल अगस्त में 76 रुपए प्रति शेयर पर अपनी शुरुआत करने वाले इस शेयर पर लगातार बिकवाली का दबाव बना रहा। यह मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 3 फीसदी से ज्यादा गिरकर 58.84 रुपए के अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। बढ़ते घाटे और घटते राजस्व, मौजूदा सेवा-संबंधी मुद्दों और भारतीय शेयर बाजार में व्यापक सुधार की चिंताओं ने शेयर में गिरावट में योगदान दिया है।
पिछले सप्ताह इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर फर्म ने अपने कंसोलिडेटेड शुद्ध घाटे में 50 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की थी जो कि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 376 करोड़ रुपए से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 564 करोड़ रुपए हो गया था। इस अवधि में फर्म का परिचालन राजस्व भी 19 फीसदी से घटकर 1,296 करोड़ रुपए से 1,045 करोड़ रुपए रह गया। अपने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने तिमाही के दौरान बढ़े हुए घाटे के लिए अत्यधिक प्रतिस्पर्धी माहौल और सेवा चुनौतियों को जिम्मेदार ठहराया है।
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी एग्रीगेटर ने दावा किया है कि सेवा संबंधी मुद्दों को ठीक कर लिया गया है और इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने पर ध्यान रखे है। पिछले साल दिसंबर में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेक्टर में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 20 फीसदी से नीचे आ गई, जबकि जून 2024 में यह 49 फीसदी थी।