इंदौर । मध्य प्रदेश के इंदौर के चर्चित व्यापारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में गिरफ्तार पांचों आरोपियों को शिलॉन्ग की जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया जाएगा। इन सभी की आठ दिन की पुलिस रिमांड आज समाप्त हो रही है। मेघालय पुलिस अब आरोपियों की हिरासत बढ़ाने कोर्ट से आग्रह करेगी, ताकि जांच को और गहराई से आगे बढ़ाया जा सके। यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक गहरे षड्यंत्र की परतों को उजागर कर रही है, जिसमें पत्नी, प्रेमी और पेशेवर हत्यारों की भूमिका सामने आई है।
इंदौर के राजा रघुवंशी को उनकी पत्नी सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर मरवाया था। इस साजिश को अंजाम देने के लिए उन्होंने तीन बदामाश आनंद सिंह कुर्मी, आकाश राजपूत और विशाल सिंह चौहान को पैसे देकर हायर किया था। हत्या की साजिश उस वक्त रची गई जब सोनम और राजा मेघालय में हनीमून मनाने गए थे। जानकारी के मुताबिक सोनम पहले से ही अपने प्रेमी राज कुशवाहा के संपर्क में थी और उसी दौरान योजना बनाई गई कि मेघालय में राजा की हत्या कर दी जाएगी।
बता दें राजा रघुवंशी का शव 2 जून को एक सुनसान पहाड़ी इलाके में मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर घावों के निशान मिले हैं, जिससे साबित होता है कि उनकी बेरहमी से हत्या की गई थी। घटना के बाद मेघालय पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी पांचों आरोपियों सोनम, राज कुशवाहा, आनंद, आकाश और विशाल को गिरफ्तार कर लिया था। इन्हें 11 जून को शिलॉन्ग की जिला एवं सत्र अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया।
पुलिस पूछताछ में सोनम ने राजा की हत्या की साजिश में शामिल होने की बात कबूल की है। वहीं पुलिस ने सभी आरोपियों का आमना-सामना कराकर परिस्थितिजन्य साक्ष्यों की पुष्टि भी की। पूछताछ में सोनम कई बार रो पड़ी और अपने मोबाइल फोन के न मिलने की बात बताई। अब पुलिस जांच मेघालय से इंदौर की ओर मुड़ गई है। मेघालय पुलिस की एक विशेष टीम इंदौर पहुंची, जहां वह सोनम और राजा के परिवारजनों से पूछताछ कर रही है।