नई दिल्ली ।टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा कारोबार जगत और समाजसेवा दोनों क्षेत्रों में मिसाल रहे हैं। बड़ी संपत्ति होने के बावजूद वे अपनी साधारण जीवनशैली और टाटा ट्रस्ट के जरिये परोपकारी कार्यों के लिए चर्चा में रहे। 86 साल की उम्र और कोई संतान न होने के कारण रतन टाटा के उत्तराधिकार पर अब भी सस्पेंस है। सवाल उठ रहा है कि 33.7 ट्रिलियन रुपये के टाटा के सम्राज्य की कमान कौन संभालेगा? 34 वर्षीय माया टाटा समूह के भीतर महत्वपूर्ण प्रगति कर रही हैं। बेयज बिजनेस स्कूल और यूनिवर्सिटी ऑफ वॉरविक से पढ़ीं माया ने टाटा अपॉर्चुनिटीज फंड और टाटा डिजिटल में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। टाटा न्यू ऐप को लॉन्च करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। यह उनकी रणनीतिक कुशाग्रता और नजरिये को दिखाता है।
32 साल के नेविल टाटा पारिवारिक व्यवसाय में गहराई से शामिल हैं। उनकी शादी टोयोटा किर्लोस्कर ग्रुप परिवार की मानसी किर्लोस्कर से हुई है। नेविल ट्रेंट लिमिटेड के तहत प्रमुख हाइपरमार्केट चेन स्टार बाजार के प्रमुख हैं। 39 साल की लिया टाटा सबसे बड़ी हैं। वह टाटा समूह के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में काम करती हैं। स्पेन के आईई से पढ़ीं लीया ने ताज होटल्स रिसॉर्ट्स एंड पैलेसेस में महत्वपूर्ण योगदान है। वह इंडियन होटल कंपनी में संचालन का प्रबंधन करती हैं।
फिलहाल रतन टाटा ग्रुप के परोपकारी प्रयासों और व्यावसायिक रणनीतियों का नेतृत्व करना जारी रखे हुए हैं, उत्तराधिकार का प्रश्न बड़ा होता जा रहा है। आगे के घटनक्रम न केवल टाटा के कॉरपोरेट नेतृत्व का भविष्य तय करेंगे। देश के सबसे प्रतिष्ठित समूह की आगे की दिशा भी इसी से तय होगी। दूसरी ओर, हाल के दिनों में शांतनु नायडू रतन टाटा के सबसे युवा जनरल मैनेजर और भरोसेमंद सहयोगी रहे हैं। उन्हें क्या भूमिका मिलेगी इसपर भी सबकी नजर रहेगी।