मेरठ । सावन माह में चल रही कांवड़ यात्रा को लेकर इस बार यूपी पुलिस ने सख्त दिखाई है। कांवड़ यात्रा की सुरक्षा, शांति और सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए मेरठ जोन समेत राज्य के अन्य जिलों में पुलिस ने कांवड़ियों पर कई तरह की पाबंदियां लगाई हैं। कांवड़िए यात्रा में त्रिशूल, हॉकी स्टिक, डंडा या कोई भी प्रतीकात्मक या असली हथियार लेकर नहीं चल सकेंगे। यह फैसला मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बुलंदशहर, हापुड़ और बागपत जैसे उन जिलों में लागू किया गया है, जहां हर साल लाखों कांवड़िए यात्रा आते हैं।
पुलिस प्रशासन ने यह फैसला में कांवड़ यात्रा के दौरान हुई कई हिंसक घटनाओं को देखते हुए लिया है। पिछले कुछ समय से यह देखा गया है कि कांवड़िए यात्रा को धार्मिक आस्था की बजाय शक्ति प्रदर्शन और हुड़दंग का जरिया बना लिया है। कई जगहों पर डीजे बजाकर सड़कों पर उत्पात मचाना, लोगों से मारपीट करना और संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, बीच सड़क पर चलते हुए वाहन सवारों से विवाद करना जैसी घटनाएं आम हो गई है।
उत्तराखंड और यूपी में इस साल भी कांवड़ियों द्वारा उत्पात मचाने की कई घटनाएं सामने आ रही हैं, जिनमें आम लोगों को घायल करने के मामले भी शामिल हैं। पुलिस को मजबूर होकर यात्रा मार्गों पर अतिरिक्त फोर्स तैनात करनी पड़ी है। मेरठ जोन के एडीजी ने कहा कि राज्य सरकार ने साफ निर्देश दिए हैं कि कोई भी कांवड़िया प्रतीकात्मक रूप से भी हथियार लेकर कावड़ यात्रा नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि चाहे वह त्रिशूल, डंडा, हॉकी, स्टिक हो या कोई अन्य हथियारनुमा वस्तु। इन सब पर पूरी तरह से बैन लगाया गया है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन पर एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
पुलिस ने न केवल हथियारों पर बैन लगाया है, बल्कि बिना साइलेंसर वाली बाइकों पर भी रोक लगाई है। पिछले सालों में देखा गया है कि कई कांवड़िए साइलेंसर निकाल कर बाइकें दौड़ाते हैं, जिससे भारी ध्वनि प्रदूषण होता है और आम लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। अब ऐसे वाहनों के खिलाफ चालान और वाहन जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।
कावड़ यात्रा मार्ग पर इस बार पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। जिलों में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है, संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और हर जिले में आरएएफ और पीएसी की टुकड़ियां तैनात की गई हैं। स्थानीय प्रशासन ने कांवड़ यात्रा आयोजकों और शिवभक्तों से अपील की है कि वे शांतिपूर्वक यात्रा निकालें, किसी भी प्रकार के नियम उल्लंघन से बचें और प्रशासन का सहयोग करें।